बुधवार, मई 23, 2007

अघोषित व अन्धाधुन्ध बिजली कटौती से खस्ता हाल चम्बल

अघोषित व अन्धाधुन्ध बिजली कटौती से खस्ता हाल चम्बल
सहारा न्यूज ब्यूरो - बिशन सिंह तोमर
मुरैना 2 मार्च 2007 ! रोजाना होने वाली अघोषित बिजली कटौती का आलम दिनों दिन बिगड़ता जा रहा है, हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि अब कभी भी किसी वक्त चली जाने बिजली न जाने कितने घण्टों बाद आये कोई निश्चित नहीं ! कभी किसी दिन तो पूरे पूरे दिन और पूरी पूरी रात बिजली गुल रहती है ! जिससे लोगों की जहाँ नियमित दिनचर्या अनियमित हो कर लोग पीने का पानी तक भरने के लिये मोहताज हो गये हैं वहीं क्षेत्र के किसान और छात्र भी चौपट होने के कगार पर आ पहुँचे हैं !
कभी कभी तो स्थिति इतनी बदतर हो जाती है कि बिजली आने के बाद हर दस मिनिट बाद पुन: चली जाती है और निरन्तर इस प्रकार के झटके करीब 15-20 बार देती है ! कभी जबरदस्त वोल्टेज फ्लक्चुएशन्स तो कभी अचानक इतना अधिक वोल्टेज आ जाता है कि अमूमन सभी कीमती उपकरण फुंक जायें !
पिछले माह ही महज बीस दिवस के भीतर वोल्टेज के तीन बार लगभग 400 वोल्ट तक पहुँचने से अनेक लोगों के टेलीविजन सेट,रेफ्रिजरेटर, पर्सनल कम्प्यूटर्स, प्रिण्टर्स, स्केनर्स सहित बल्ब, टयूबलाइटस आदि सैकड़ों की संख्या में जल गये ! यहाँ तक कि लोगों के स्टेबलाइजर्स,यू.पी.एस. तथा इन्वर्टर्स, कई किसानों के सिंचाई मोटर्स एवं आटा चक्की मोटर्स तक डेमेज हो गये !
जहाँ अन्धाधुन्ध व अघोषित रूप से की जा रही बिजली कटौती लोगों के लिये सिरदर्द बन चुकी है ! वहीं वोल्टेजों का घटना बढ़ना भी अजीब किस्म की मुसीबत और जी का जंजाल बन कर उनके कीमती उपकरणों के फुंकने की प्रमुख वजह बन चुकी है !  
भिण्ड ,मुरैना एवं श्योपुर जिला चम्बल संभाग में आने वाले जिले हैं ! तीनों जिलों की हालत बदतर है ! ग्रामीण क्षेत्रों अर्थात गांवों की दशा तो अत्यंत विकट रूप में बदतर है जहाँ कई कई दिनों तक बिजली के दर्शन ही नहीं होते ! तथा कस्बों,तहसीलों व जिला मुख्यालयों की हालत ये है कि एक ओर अन्धाधुन्ध, अघोषित बिजली कटोती का दंश तो दूसरी ओर वोल्टेज अप डाउन की दहशत एवं संकट !
केवल जिला मुख्यालयों तक समस्या सीमित हो ऐसा नहीं है, सम्भागीय मुख्यालय और विशेषकर चम्बल आयुक्त मुख्यालय अर्थात मुख्य मुरैना शहर तक इन बदतर हालातों से जूझ रहा है ! यहॉं कभी भी बिजली गुल होकर फिर घण्‍टों तक नहीं आती । इस समस्‍या को लेकर छात्रों ने जहॉं हस्‍ताक्षर अभियान चलाकर मुरैना कलेक्‍टर को राज्‍यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर अपनी पीड़ा और आपत्ति से अवगत कराया वहीं उन्‍होंने परीक्षाओं का बहिष्‍कार करने की भी चेतावनी देते हुये इस सान बिजली न मिलने से पढ़ाई न कर पाने से मुख्‍यमंत्री से जनरल प्रमोशन देने की भी मांग की है ।  
जहाँ बिजली कटौती ने सरकार ही बदल डाली थी और कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया था तब भी इतने बुरे हालात नहीं थे जितने बुरे आज हैं ! कम से कम तब अघोषित बिजली कटौती किंचित मात्र भी नहीं थी, और वोल्टेज फ्लक्चुएशन या हाई वोल्टेज जैसी समस्या तो कभी थी ही नहीं !      
चम्‍बल में पॉंच दिन तक गुल रहेगी बिजली
आज बिजलीघर मुरैना ने अखबारों में खबर छपवाई है कि अगले पॉंच दिन तक चम्‍बल घाटी में बिजली नहीं आयेगी । धन्‍यवाद । धन्‍य है प्रदेश वाकई प्रगति के पथ पर है ।

 

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