बुधवार, दिसंबर 31, 2008

जारी है सबेरे की बिजली कटौती

जारी है सबेरे की बिजली कटौती

मुरैना 27 दिसम्बर चंबल के शहर और गाँव इन दिनों बिजली कटौती की तगडी मार झेल रहे हैं ! कारण वही पुराना है चुनावी बदला ! उल्लेखनीय है कि ताजा विधानसभा चुनावों में म.प्र. में सत्ताधारी भाजपा का ग्वालियर चंबल में सूपडा साफ हो गया था !
आम जनता का मत है कि उसी का बदला लेने और सबक सिखाने के लिये पूरी रात और पूरे दिन अघोषित अँधाधुंध बिजली कटोती की जा रही है !
वैसे तो भाजपा शासन काल के बीते पाँच साल में एक भी दिन ऐसा नहीं आया जब बिजली कटौती नहीं हुयी हो !
स्थिति यहाँ तक बदतर हुयी कि हाल ही में संपन्न हुये विधानसभा निर्वाचन के दौरान ही आयोग के निर्देशों के बावजूद मतदान के दरम्याँ पाँच दफे आधा आधा घण्टे के लिये और मतगणना के वक्त तीन बार इसी तरह बिजली गुल हुयी और इसके साथ ही बुरी तरह हार रहे उम्मीदवार अचानक चुनाव जीतने लगे ! करीब 35 से 46 सीटों पर जिला कलेक्टरों द्वारा चुनाव परिणाम बदल दिये गये !
पहली बार म.प्र. के चुनाव परिणामों में हुयी खुली बेइमानी पर जनता खुल कर मुखर होकर बोली । और अंजाम यह है कि येन केन प्रकारेण सत्ता हासिल करने से शिवराज सरकार पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी की भाँति लोगों की नजर में गिर गये । अब प्रदेश में सत्ता भले ही शिवराज सिंह की हो लेकिन उसका जनभाव एक उपहासित व घ्रणास्पद शासन का ही है ।
ग्वालियर टाइम्स ने चुनाव से काफी पहले ही म.प्र. में निष्पक्ष चुनाव न होने के खतरे से आगाह कर दिया गया था और इस संबंध में विस्त्रत आलेख भी प्रकाशित किया था जिस पर भारत के निर्वाचन आयुक्त श्री नवीन चावला द्वारा तत्काल ग्वालिय़र चंबल का दौरा कर हालातों का जायजा भी लिया गया था, लेकिन आयोग की सभी निष्पक्ष निर्वाचन की अवधारणाओं को धता बताते हुये सारे मतगणना परिणाम बदल कर पूर्व से तयशुदा परिणामों में बदल दिये गये !
यद्यपि इस मसले पर उमा भारती पहले ही काफी बोल चुकीं हैं और अब काँग्रेस भी 30 दिसम्बर को धिक्कार सभा आयोजित कर रही है ! काँग्रेस द्वारा भी मतगणना परिणाम बदले जाने का आरोप लगाया है ! इस पर विस्तार से रिपोर्ट हम पृथक से आँखों देखी के रुप में प्रकाशित करेंगे !
फिलहाल बिजली कटोती का आलम यह है कि सबेरे 5 बजे गुल हुयी बिजली इस खबर के प्रकाशन तक यानि दोपहर 11 बज कर 17 मिनिट तक वापस नहीं आयी थी ! यह समाचार मोबाइल फोन के जरिये जारी किया गया !

गुरुवार, दिसंबर 25, 2008

बिजली सप्‍लाई ध्‍वस्‍त, सारी रात गोल रही बिजली, बिजली कर्मी बोला भोपाल से कटवाई गयी है बिजली

बिजली सप्‍लाई ध्‍वस्‍त, सारी रात गोल रही बिजली, बिजली कर्मी बोला भोपाल से कटवाई गयी है बिजली  

मुरैना 25 दिसम्‍बर 2008, मुरैना शहर इन दिनों जहॉं प्रात: काल अघोषित रूप से सबेरे 5 बजे से 7 बजे तक कटने वाली बिजली और नियमित कटौती प्रात: 8 बजे से साढ़े 10 बजे तक से परेशान व त्रस्‍त है वहीं 24 दिसम्‍बर को रात 9 बजे से प्रात: 3 बतकर 45 मिनिट तक गांधी कालोनी गोपालपुरा, संजय कालोनी और गणेशपुरा पूरी तरह अंधेरे में डूबे रहे ।

इसके बाद प्रात: 5 बजे दोबारा बिजली काट दी गयी ।

उल्‍लेखनीय है कि रात्रि को लगभग 12 बजे ग्‍वालियर टाइम्‍स ने बिजली घर इस सम्‍बन्‍ध में चर्चा की तो अटैण्‍डर का कहना था कि भोपाल से बिजली कटवाई गयी है भोपाल बात करो । और हॉं जानबूझ कर आपकी बिजली कटवाई गयी है । यह पूछने पर कि किसने कटवाई है भोपाल से बिजली, उसने छूटते ही कहा कि अनूप मिश्रा ने कलेक्‍टर से कहा है, और कलेक्‍टर ने हमसे कहा है ।   

 

बुधवार, दिसंबर 24, 2008

सबेरे 5 बजे शुरू होती है बिजली कटौती, पानी की बूंद बूंद को तरसे शहरवासी

सबेरे 5 बजे शुरू होती है बिजली कटौती, पानी की बूंद बूंद को तरसे शहरवासी

मुरैना 24 दिसम्‍बर 2008, मुरैना शहर संभागीय मुख्‍यालय पर नियमित बिजली कटौती सुबह 8 बजे से साढ़े दस बजे के अलावा इन दिनों सबेरे 5 बजे से सबेरे 7 बजे तक अद्भुत बिजली कटौती की जाती है ।

इस बिजली कटौती के कारण जहॉं शहरवासी प्रात: काल में पानी नहीं भर पाते वहीं, सर्दी में गृहणियां भी काम काज नहीं कर पातीं । स्‍कूली बच्‍चों और कोचिंग छात्रों की दशा और भी ज्‍यादा दयनीय है । जहॉं कई छात्रों की परीक्षायें वर्तमान में चल रहीं हैं तो कई छात्र आने वाली परीक्षाओं की तैयारी में लगे हैं । उनका स्‍वर्णिम भविष्‍य चौपट होना तय है ।

 

 

गुरुवार, दिसंबर 18, 2008

पावर गोल डब्बा गोल ये कैसा आतंकवाद है भई

पावर गोल डब्बा गोल ये कैसा आतंकवाद है भई

मुरैना 18 दिसम्बर , भये चुनाव लला अब काहे की बिजली ! पूरे दिन और रात भर कटौती का कोहराम मचाती बिजली का तो यही संदेश है ! आप इसे राजनैतिक बदला या आतंकवाद कह लीजिये वैसे ग्वालियर चंबल का मीडिया तो इसे राजनीतिक प्रतिशोध बोल रहा ही है ! वैसे सच ये है कि ग्रामीण क्षेत्रोँ की दशा तो और भी ज्यादा बुरी है ! जनता की समस्या केवल बिजली कटौती तक ही हो ऐसा नहीं है , वोल्टेज फ्लक्चुयेशन्स भी कोई कम कहरकिया नहीं है, तकरीबन 60 वोल्ट से लेकर 500 वोल्ट तक चल रहे उच्चावच से जहाँ सैकडोँ लोगोँ के कीमती उपकरण अब फुँक कर लोगों का करोडोँ का नुकसान हो चुका है वहीँ आम जनता का रोजगार धन्धा पूरी तरह चौपट हो चुका है ! जनता की समस्याओं से कोई सरोकार न रखने वाली सरकार के नान टेक्नीकल मुख्यमंत्री और प्रशासन होने का भरपूर लाभ भ्रष्ट बिजली अधिकारी उठाते हैं और जम कर मूर्ख बनाते रहते हैँ !
जहाँ अन्धी अघोषित बिजली कटौती का दंश जनता झेल रही है वहीं म.प्र. में व्याप्त भारी बेरोजगारी के चलते लाखोँ का कर्ज लेकर स्वरोजगारी युवा बिजली टेंशन के चलते जहाँ भुखमरी और बदहाली में आत्महत्यायें कर रहें हैं वहीँ आपराधिक कार्योँ से भी जुड रहे हैं !
मालिक के बजाय नौकर बनाने पर तुली सरकार के खिलाफ अँचल के युवाओँ में भारी रोष व आक्रोष व्याप्त है !

 

बुधवार, नवंबर 19, 2008

GREAT POWER CUT AT CHAMBAL, SUPPLY FAILURE TOTALLY, STAFF DUMPED WITH WINE DRUNK

GREAT POWER CUT AT CHAMBAL, SUPPLY FAILURE TOTALLY, STAFF DUMPED WITH WINE DRUNK

 

Morena 19 Nov, here is great undeclared power cut is continued since last month for whole of day night.
Since last four days power cut is continue after every five minute. When Gwalior times talked about such poor situation to officials on duty. The concerned officials drank wine heavily.
Junior engineer. Some body goyal said he don’t know what is meaning of fuse of call register, there is no such register available at his office or at bizalighar. There was no power at the time of release of this news since last 4 days

बुधवार, नवंबर 05, 2008

निगम की विघुत वितरण कम्पनी पर कोई देनदारी बकाया नही

निगम की विघुत वितरण कम्पनी पर कोई देनदारी बकाया नही

ग्वालियर दिनांक 4 नवम्बर 2008:    ग्वालियर नगर निगम ग्वालियर पर विघुत मण्डल का कोई राशि बकाया नही उल्टे नगर निगम विधुत मण्डल को 90.18 लाख की राशि अधिक व्यय कर चुका है जिसका भुगतान भविष्य के दिनों में समयोजित किया जावेगा । उक्त आशय की जानकारी निगमायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा द्वारा मध्य प्रदेश विघुत वितरण कम्पनी के लिमिटेड के मुख्य अभियंता एस.एल गुप्ता को उनके दिनांक 13.10.08 के विघुत बिल तथा स्थानीय समाचार पत्र के दिये गये बकाया राशि के संबध में जारी वयान के संबंध में पत्र लिखकर दी गई ।

हाल ही में विघुत वितरण कम्पीन लिमिटेड द्वारा एक स्थानीय समाचार पत्र में दी जानकारी में बताया गया कि नगर निगम की  मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी पर करोडो की वकायादारी है, जब की वस्तुस्थिति इस प्रकार है कि मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी से संबंधित जो स्ट्रीट लाईट एवं विद्युत के देयक निगम के अधीनस्थ कार्यालयों में प्रस्तुत किये गये है उसके अनुसार निगम मुख्यालय में वर्ष 2006-07 में 1108.00, वर्ष 2007-08 में 949.77, वर्ष 2008-09 में माह अगस्त तक 344.02 कुल राशि रूपये 2401.79 लाख के देयक प्रस्तुत किये गये हैं जबकि मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी द्वारा  रूपये 3310.11 लाख के देयक अगस्त माह तक जारी होना बताया गया है। इस प्रकार निगम और विद्युत विभाग से जारी देयकों के आंकड़ो में रूपये 908.32 लाख का अंतर है। ये देयक अधीनस्थ कार्यालयों से सत्यापित होकर प्राप्त नहीं हुये हैं।

(02) मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी     द्वारा वर्ष 2006-07 के आरंभ में रूपये 475.81 लाख का बकया बताया गया है जबकि मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी के भोपाल स्थित मुख्यालय द्वारा जारी सूची अनुसार निगम के 01/04/2006 की स्थिति में पूर्व बकाया 323.04 लाख सूचित हुआ था। इस प्रकार मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी के पास बकाया में रूपये 152.77 लाख का अंतर है। निगम अभिलेखों के अनुसार पूर्व बकाया 323.04 एवं निगम मुख्यालय में प्राप्त देयक 2401.79 कुल रूपये 2724.83 लाख की राशि मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी देना निकलती है।

 

       नगर निगम ग्वालियर द्वारा मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी को 1100.41 लाख का नगद भुगतान एवं चुंगी क्षतिपूर्ति से शासन स्तर पर 1407.82 लाख किया गया है। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी द्वारा लीजरेंट 306.78 लाख नहीं जोड़े गये हैं, इस राशि को मिलाकर नगर निगम ग्वालियर की ओर से मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी पर रूपये 2815.01 लाख की राशि पहुॅच चुकी है। इस प्रकार निगम की पूर्व बकाया 2724.83 में से 90.18 लाख रूपये की अधिक राशि मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी पर पहुॅच चुकी है। लीजरेंज के संबंध में मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी का यह कहना कि उन पर मात्र 4.94 लाख रूपये देय होता है सही नहीं है, क्यों कि लीजडीड उनके आवेदन पर परिषद द्वारा निर्धारित दराें पर आवंटित की गई थी, यदि विद्युत कम्पनी को उक्त लीजों की आवश्यकता नहीं थी तो उन्हें यथा समय समर्पित करना था जो मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी द्वारा नहीं किया गया, इससे जहॉ एक ओर निगम को राजस्व कीहानि हुई है वहीं उक्त भूमि का सार्वजनिक हित में निगम द्वारा उपयोग नहीं किया जा सका, इस कारण अर्ध्दन्यायिक सिध्दांत के आधार पर मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी द्वारा समर्पित न की गई लीजों की आज दिनांक तक लीजरेंट एवं प्रीमियम देने का दायित्व बनता है।

 

       उपरोक्त से स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी और निगम के आंकड़ों में अंतर है। जिसका मुख्य कारण मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी द्वारा जो रूपये 908.32 लाख अधिक की डिमांड बताई गई है वह वास्तव में देय नहीं है क्यों कि वर्तमान में माह अगस्त के बाद भी उतनी ही राशि के औसतन बिल जारी किये जा रहे हैं जो पूर्व में किये जाते थे। जहॉ तक सरचार्ज का प्रश्न है तो वह निगम द्वारा देय नहीं है क्यों कि चुंगी क्षतिपूर्ति से शासन स्तर पर जो कटोत्रा हो रहा है वह नियत तिथि से पूर्व हो जाता है, वहीं नगद भुगतान मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी को नियमित रूप से किया जा रहा है। इस कारण मध्यप्रदेश विघुत वितरण कम्पनी द्वारा मांगा गया सरचार्ज रूपये 122.24 लाख मान्य योग्य नहीं है।

       निगमायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा ने मध्यप्रदश कम्पनी लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत डिमाड औरवसूली में भिन्नता के लिये दोनो विभागो के इजीनियरों को बैठ कर निराकरण करने के निर्देश दिये है ।

 

मंगलवार, नवंबर 04, 2008

लोक उपयोगी अदालत ने एक हजार रूपये का हर्जाना दिलाया

लोक उपयोगी अदालत ने एक हजार रूपये का हर्जाना दिलाया

ग्वालियर 3 नवम्बर 08 । लोक उपयोगी स्थाई लोक अदालत ने श्रीमती शोभना वैध को विद्युत मीटर व्यय एवं मानसिक पीड़ा पहुंचाने के लिये विद्युत मंडल को एक हजार रूपये की राशि प्रदान करने के निर्देश दिये हैं ।

       प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला न्यायालय परिसर ग्वालियर में आयोजित स्थाई लोक अदालत में ग्वालियर कम्पू निवासी श्रीमती शोभना वैध ने अर्जी दी थी कि विद्युत विभाग द्वारा बिजली चले जाने के उपरांत विद्युत मीटर फुंग गया था । तदुपरांत विभाग द्वारा नवीन मीटर लगाते समय श्रीमती जैन से 920 रूपये ले लिये थे । इस प्रकरण में स्थाई लोक अदालत में सुनवाई पीठ की अध्यक्ष श्रीमती गिरवाला सिंह प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ग्वालियर , सदस्य श्री ओ पी भार्गव, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण एवं श्रीमती अर्चना शिंगवेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी द्वारा की गई । पीठ ने विचारोपरांत श्रीमती शोभन वैध को मीटर व्यय सहित मानसिक पीड़ा के लिये विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 2002 की धारा 22(ग)(ब) के अन्तर्गत एक माह में एक हजार रूपये राशि अदा करने का आदेश दिया है ।

 

शुक्रवार, अक्तूबर 17, 2008

विद्युत चोरी करने वालों के विरूध्द दण्डात्मक कार्रवाई होगी- कलेक्टर

विद्युत चोरी करने वालों के विरूध्द दण्डात्मक कार्रवाई होगी- कलेक्टर

मुरैना 16 अक्टूबर 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने विद्युत चोरी करने वाले व्यक्तियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे विद्युत कम्पनी कार्यालय में सात दिवस के अन्दर आवेदन देकर वैध विद्युत कनेक्शन करा लें, अन्यथा उनके विरूध्द विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के अन्तर्गत विद्युत चोरी का प्रकरण बनाकर न्यायालय में प्रस्तुत किये जावेगें। इससे विद्युत चोरी करने वाले व्यक्तियों को सजा व आर्थिक दण्ड भुगतना पड़ सकता है । उक्त धारा के तहत प्रकरण पंजीबध्द होने पर जमानत भी नहीं हो सकेगी। कलेक्टर ने कहा है कि सात दिवस की समय-सीमा के पश्चात अभियान चला कर विद्युत चोरी करने वाले व्यक्तियों के विरूध्द दण्डात्मक कार्रवाई की जावेगी ।

       प्राय: देखा गया है कि मुरैना, अम्बाह व पोरसा शहरों में निवास करने वाले कुछ व्यक्ति अपने घरेलू उद्देश्य के लिए एल.टी. लाइन एवं ट्रान्सफार्मर से सीधे तार जोड़कर विद्युत का अवैध उपयोग करते है । इस कारण विद्युत कम्पनी के ट्रान्सफार्मर पर अतिरिक्त रूप से अधिक भार पड़ने से ट्रान्सफार्मर में बार-बार आग लग जाती है  और वे फेल हो जाते है । इस स्थिति से जहां विद्युत कम्पनी को भारी आर्थिक क्षति होती है वही वैध विद्युत उपभोक्ताओं को विद्युत नहीं मिल पाने के कारण अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है । ट्रान्सफार्मर बार-बार जलने व उनके विलम्ब से बदले जाने के कारण विद्युत कम्पनी की छबि भी धूमिल होती है ।

 

रविवार, अक्तूबर 12, 2008

बिजली ठप्‍प ठप्‍पा ठप्‍प, पूरे दिन भर के साथ शाम भी झेली लागों ने ब्‍लैक आउट की मार

बिजली ठप्‍प ठप्‍पा ठप्‍प, पूरे दिन भर के साथ शाम भी झेली लागों ने ब्‍लैक आउट की मार

मुरैना 12 अक्‍टूबर 08, लोगों ने नव दुर्गा और दशहरा तो भारी बिजली कटौती के रहते मना भी लिया और गुजार भी लिया लेकिन उसके बाद अभी और ज्‍यादा फजीहत झेलनी थी यह अंदाजा अंचलवासीयों यानि चम्‍बलवासीयों को नहीं था ।

पर्वोत्‍सव काल के समापन उपरान्‍त स्थिति और भी ज्‍यादा बदतर हो गयी है । हालांकि हमने पर्वोत्‍सव काल के दरम्‍यान बिजली कटौती पर खास कवरेज किया है और जल्‍दी ही रिलीज भी करेंगें । जिसमें बिजली कम्‍पनी के जिम्‍मेदार अधिकारीयों से हमने मजेदार बातें कीं हैं और रिकार्डिग भी की है । जिसे जान सुन कर आप भी हैरत में पड़ जायेंगें । ग्रामवासीयों और शहरवासीयों के साथ ही हमने बिजली कटौती की सजीव वीडियो एवं फोटो रिकार्डिंग भी की है । इसका प्रसारण भी हम करने जा रहे हैं ।

मगर अब हाल ए शनिवार यानि अमिताभ बच्‍चन के जन्‍म दिन को मुरैना शहर और ग्रामीण परिक्षेत्र में सुबह आठ बजे से गुल हुयी बिजली रात आठ बजे बहाल हुयी ।

यानि चौकस ब्‍लैक आउट यानि चौकस जय श्री राम यानि चौकस जय हिन्‍द ।

हम टाटा की नैनो की तकलीफ और आपकी हिमायत का दर्द समझ रहे हैं लेकिन हम उन लाखों गरीब किसानों का क्‍या करें जिनके घर चूल्‍हे नहीं जल रहे, उन शहर वासीयों का क्‍या करें प्रभु जो न नहा पा रहे हैं न पीने का पानी भर पा रहे हैं न दिन में चैन से रोटी खा पा रहे हैं न रात को । लोग बिलख रहे हैं तड़प रहे हैं कराह रहे हैं फिर भी मौन हैं । इसका अर्थ है कि हमें मौन नहीं रहना चाहिये । सो भईया सच तो बोला जायेगा, जितना दबाओगे उससे अधिक ताकत के साथ बोला जायेगा । जो उखाड़ सको उखाड़ लेना । जय हिन्‍द ।

 

शनिवार, सितंबर 06, 2008

सरकार की पिटाई और मराई मामले में 1014 लोगों पर मुकदमे 14 किरारों ने 40 को पीटा, मरणासन्‍न किया जिसमें 20 पुलिस वाले, प्रशासन का हैरत अंगेज केस

सरकार की पिटाई और मराई मामले में 1014 लोगों पर मुकदमे 14 किरारों ने 40 को पीटा, मरणासन्‍न किया जिसमें 20 पुलिस वाले, प्रशासन का हैरत अंगेज केस

Narendra Singh Tomar "Anand"

मुरैना 6 सितम्‍बर 08, आखिर भैस ने पूंछ उठाई और गोबर कर ही दिया । अरे गोबर क्‍या कर दिया पोंक (लूज मोशन) कर दिया ।

4 सितम्‍बर में अंचल में हुये जनता बनाम सरकार संघर्ष में दोनो जन संग्रामों को सरकारी चश्‍में ने अपने नजरिये से नाप तौल लिया है ।

पहला मामला महाराजपुर के किरारों का है, यहॉं प्रलिस और प्रशासन की कुटाई पिटाई के साथ,द बंधक बनाने और मरणासन्‍न व अचेत करने तक कूटने पीटने का काण्‍ड हुआ सरकारी सूत्रान ने कहा था । यह भी कि बिजली चोरी हो रही थी ।

गॉंव में बिजली थी ही नहीं पर चोरी हो रही थी, खैर इस पर एक व्‍यंग्‍य लिखेंगें । दूसरी बात ये कि बीस बिजली वाले, बीस पुलिस वालों को लेकर चोर किसानों को पकड़ने और जेल में ठूंसने गये थे यानि कुल मिला कर अलीबाबा और 40 चोर यानि गब्‍बर बोले तो कित्‍ते आदमी थे, 40 थे पूरे 40 । अब गब्‍बर फिर पूछे कित्‍ते लोगों ने मारा, अब जवाब आया सरकारी कि 14 लोगों ने हुजूर ।

ससुरी हमारी पूरी जिन्‍दगी गणित पढ़ते पढ़ते बीत गयी, हमेशा टॉप किया, कभी गणित में 98 प्रतिशत से कम अंक नहीं आये, हमने जिन्‍दगी में कई दंगे देखे, कई फसाद भी देखे ससुरा ऐसा गणित आज हमारी समझ में नहीं आया कि 14 ग्रामीण किसान 40 सरकारी आदमीयों को कूट दें, पीट दें और बंधक बना लें तथा मरणासन्‍न तथा अचेत भी कर दें ।

भैया हमारे पल्‍ले तो नहीं पड़ा किसी के पल्‍ले पड़ जायेगा तो बता देना ।

पुलिस पर हथियार भी रहते हैं, ऊपर से बाहर से पुलिस बल भी पहुंचा, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस व बिजलीवालों सहित कुल मिला कर करीब 550 से ऊपर आदमी थे । फिर भी 14 निहत्‍थे ग्रामीण किसान 40 या 550 को कूट पीट दें, मेरे पल्‍ले नहीं पड़ी ।

मैं इंजीनियरिंग और एम.एससी करके वकील भी हूं, कानूनी तौर पर ऐसे केस पहले झटके में ही अदालत में उड़ जायेंगें यह मुझे पता है, क्‍योंकि प्रमुख आधारिक तथ्‍य सर्वथा अतार्किक व असंभाव्‍यता पर जुड़ा है ।

कोई भी चतुर वकील सिर्फ एक तर्क में ही बात खत्‍म करवा देगा । खैर महाराजपुर मामला आनन फानन में धोखे से कायम हो गया, पिटने वाले पिट गये, कुटने वाले कुट गये और मरणासन्‍न वाले अस्‍पताली मरघट की खटिया पर चित्‍त पड़े हैं ।

मुख्‍यमंत्री से किरारों के सम्‍बन्‍ध की बात अगर सरकार को पता नही लगती तो क्‍या होता, फिर ये होता नीचे दूसरा मामला उसी दिन का समान घटनाक्रम का देखिये, इसमें सरकार की खुपडि़या फोड़ दी, दांत तोड़ दिये और गाड़ी फूंक दी बताई गयी।

महाराजपुर में प्रशासन मुख्‍यमंत्री के किरारों के सामने पोंक गया (लूज मोशन कर गया) वही बानमोर में एक हजार लोगों पर मामले लादे गये, (है मजे की बात् बानमोर घटनाक्रम में एक हजार लोगों के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज किये गये हैं । साली समूची बानमोर को ही क्‍यों नहीं धर दिया एफ.आई.आर में साला सब संकट ही खत्‍म हो जाता ।

अब वे संघर्ष शान्‍त कर रहे थे कि एक हजार लोगों के मुखमण्‍डल चीन्‍ह रहे थे, राम जाने । एक हजार चीन्‍ह लिये हैं सैकड़ों थाने में बन्‍द कर पीट कूट डाले । सरकार खिसया खिसिया कर पोंक रहे हैं ।

पिटे कुटे आदमी अपने घर जाकर सिकाई कराते हैं, चोट पर मल्‍हम लगवाते हैं, और मालिशमत्‍ता करवा करू कर हड्डी पसली चेक कराते हैं । कहॉं यार हजार लोगों के मुख मण्‍डल पहचान पहचान कर ढ़ढ़ते फिर रहे हो, अब कुट पिट तो गये ही, हजारों को अदालत ले जाकर का करोगे । वैसे ही फोकट बरी हो जायेंगें । तुम खिसियाये फिर रहे हो, जनता तुम से ज्‍यादा खिसिया जायेगी, और अबकी बार मारेगी तो और ज्‍यादा मारेगी ।

साला चार दिन चम्‍बल का पानी लिये हो, तुम भी बदला बदला नर्राने लगे । पुलिस कायमी कराना, जेल में ठूंसना चम्‍बल में बदला नहीं माना जाता भइये ।

बदला लेना ही है तो, जनसेवा करो प्‍यारे, गरीब की फरियाद सुनो, मजबूर को सहारा दो, रोते के ऑंसू पोंछों । आत्‍मा शान्‍त हो जायेगी, चित्‍त में धीरज आ जायेगा । काहे काे चम्‍बल की धरती पर एक महाभारत और एक घमासान का शिलान्‍यास कर रहे हो, ससुरा मंत्रियों से सीख गये हो पत्‍थर गाड़ना और रिमोटी शिलान्‍यास ।

खैर ये वक्‍त बतायेगा कि क्‍या करना उचित था और आप क्‍या गलत कर बैठे ।

हमें बात जमी नहीं दोस्‍त, पब्लिक पर मुकदमे बाजी जमी नहीं, अपनी ऑंख का टैंट देखो, लोक सेवक हो, लोक सेवक बन जाओ, जनता तुम्‍हारी माई बाप और अन्‍नदाता है, इस पर इतना जुल्‍म न ढाओ कि अबकी बार दांत तोड़ने और सिर फोड़ने के बजाय कुछ और गंभीर कर डाले । जन आक्रोश को स्‍वीकार करो, समस्‍या सुलझ जायेगी । वरना और पिटोगे । जनता की सुनो, जनता की करो, जनता का हुक्‍म मानो, नेता मंत्री ससुरे चार दिना के हैं फिर अंधेरी रात है, अंध भक्ति अच्‍छों अच्‍छों को मरवा डालती है ।

क्‍या साला 14 ने 40 को कूटा 550 को खदेड़ा, बानमोर में एक हजार ने भभ्‍भर किया, बात कुछ हजम नहीं हो रही । पूरे मुरैना जिला को ही क्‍यों नहीं साला ठोक के बन्‍द कर देते । क्‍योंकि भैया हम ज्‍योतिषी भी हैं और ज्‍योतिष कहता है कि नहीं सुधरे तो और कुटोगे ।

शुक्रवार, सितंबर 05, 2008

चम्‍बल में किसानों की बगावत, बिजली कटौती से गुस्‍साये किसानों ने बिजली कर्मियों और पुलिस को धुना, बिजली घर का जे.ई. मरणासन्‍न हालत में अस्‍पताल में भर्ती

चम्‍बल में किसानों की बगावत, बिजली कटौती से गुस्‍साये किसानों ने बिजली कर्मियों और पुलिस को धुना, बिजली घर का जे.ई. मरणासन्‍न हालत में अस्‍पताल में भर्ती

घटना के बाद समूची चम्‍बल की बिजली दिन भर के लिये काटी, किसानों के गॉंवों की बिजली सप्‍लाई स्‍थायी रूप से बन्‍द की  

मामला मुख्‍यमंत्री के नजदीकी बिरादरी वालों का, गंभीर हो सकते हैं अंजाम

मुरैना महाराजपुर में जनता और सरकार के बीच हुयी जंग में एक खास पहलू यह भी है कि सम्‍पूर्ण महाराजपुर और उसके आसपास के गॉंव किरार जाति समुदाय के हैं । घटनाक्रम में जो लोग मुल्जिम बनाये गये हैं या जिनसे पुलिस, प्रशासन व बिजलीकर्मियों का युद्ध हुआ है वे सभी किरार हैं । और इस क्षेत्र के सारे किरार शिवराज सिंह के अंधे समर्थक एवं शिवराज सिंह से शक्ति प्राप्‍त हैं । इस क्षेत्र के किरार धन बल, जनबल एवं बाहुबल में काफी समृद्ध एवं शक्तिशाली हैं । मुख्‍यमंत्री से सीधे जुड़े होने तथा मुख्‍यमंत्री का समर्थन व संरक्षण होने से दु:साहस इन किरारों में स्‍वत: ही आ गया है ।  ये लोग मुख्‍यमंत्री को किरारों का गौरव और नक्षत्र बताकर सम्‍मानित एवं अभिनन्दित भी कर चुके हैं ।

मुरैना 4 सितम्‍बर आज प्रात: चम्‍बल में मुरैना शहर के नजदीकी गॉंव महाराजपुर के किसानों और बिजली घर कर्मियों तथा पुलिस के बीच जम कर दंगा और उपद्रव हुआ जिसमें सारे ग्रामीण और किसान पुलिस और बिजली कर्मियों पर टूट पड़े, और पुलिस तथा बिजली वालों की जम कर धुनाई पिटाई कर डाली जिसके दौरान बिजली घर का जे.ई. फेरन सिंह तोमर मारपीट से मरणासन्‍न हो कर अचेत हो गया, गंभीर अवस्‍था में उसे अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है ।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार चम्‍बल में चल रही भारी बिजली कटौती से अंचल की जनता में भारी आक्रोश व रोष व्‍याप्‍त है जिसका आज तेज असर किसानों और ग्रामीणों की भड़ास के रूप में निकला । एक तो अंचल में बिजली नहीं दी जा रही, ऊपर से किसानों को अनाप शनाप बिजली के बिल थमा कर उन्‍हें जबरदस्‍ती भरने को मजबूर किया जाता है, अन्‍यथा उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे और पुलिस प्रकरण कायम कर उन्‍हें जेलों में ठूंस कर उनके घरबार, खेत खलिहानों, पशुओं और सामान की कुर्की करा ली जाती है । जिससे चम्‍बल के किसान काफी समय से भरे बैठे हैं, अम्‍बाह, जौरा और पोरसा जैसी घटनाओं के बाद एक गंभीर घटना के रूप में आज की घटना का परिदृश्‍य उभर कर सामने आया है । अम्‍बाह पोरसा काण्‍ड में जनता और पुलिस के बीच हुये संघर्ष व संग्राम का एक छोटा सा सीन इस घटनाक्रम में नजर आया जिसमें पुलिस, बिजली कर्मी और जनता फिर एक बार आमने सामने आ गयी । जनता फिर यहॉं भारी पड़ी और फिर एक बार भाजपा सरकार के ही राज में (अम्‍बाह पोरसा काण्‍ड भी भाजपा शासन काल के इसी सत्र में हुआ था) जनता और सरकार के बीच तगड़ा संग्राम हुआ, और जनता ने सरकार को न केवल बंधक बना लिया अपितु खदेड़ खदेड़ कर घसीट घसीट कर पीटा  

बिजली विभाग और पुलिस का कहना है कि वे ग्राम महाराज पुर में बिजली चोरी पकड़ने गये थे (उल्‍लेखनीय है कि चम्‍बल के गांवों में बिजली है ही नहीं , गांव वालों ने बिजली का प्रायवेट तार खींच कर एक जुगाड़ बना कर अन्‍यत्र से बिजली ले रखी थी जिस पर पूरे पूरे दिन और पूरी पूरी रात कटौती चल रही थी, मजे की बात यह भी है कि स्‍थानीय उद्योगों और कारखानों में करोड़ों की बिजली चोरी खुद बिजली वाले ही कराते हैं, महाशय उन्‍हें कभी पकड़ने नहीं जाते, इनसे एवज में हर माह दो करोड़ रूपये रिश्‍वत वसूली जाती है, तर्क है कि सौ पचास या ढाई सौ रूपये के मजबूर गरीब किसानों को चोर बनाने और जेल में ठूंसने गये थे)

मुतल्लिक सरकारी सूत्रान इन्‍हें देख ग्रामीण और किसान भड़क कर इन पर टूट पड़े और सबको बंधक बना कर धुन पीट दिया । बाद में मौके पर मुरैना कलेक्‍टर श्री रामकिंकर गुप्‍ता और पुलिस अधीक्षक मुरैना संतोष सिंह (ये अधिकारी जनता की बिजली समस्‍या पर कभी नहीं चेतते न पहुँचते न जनता की हिमायत और शिकायत दूर करते हैं) पहुंचे, इसके बाद भारी संख्‍या में अतिरिक्‍त पुलिस बल बुलाया गया और बंधक बनाये अधिकारीयों को छुड़ाया, इसके बाद ग्राम पंचायत महाराजपुर और उसके सभी संलग्‍न गांवों की बिजली सप्‍लाई तथा कनेक्‍शन पूर्णत: काट दी गयी ।

असल हकीकत क्‍या हुआ था वहॉं

असल घटनाक्रम और प्रत्‍यक्ष घटनादर्शीयों के बयान सरकारी बयान से मेल नहीं खाते,

असल घटनाक्रम और बकौल जनता-

बिजली कर्मियों और पुलिस की पिटाई से खुश था सारा शहर महाराजपुर के घटनाक्रम की खबर शहर में जंगल की आग की तरह फैल गयी, जिसके भी मुँह से निकला, सिर्फ वाह बहुत अच्‍छा हुआ निकला, लगभग सौ प्रतिशत ने सिफ यही कहा कि इन सालों में तो रोज ही ऐसे ही पड़नी चाहिये, सालों ने जीना हराम कर दिया है । चौतरफा जनता में प्रसन्‍नता की लहर थी । किसी एकमात्र ने भी नहीं कहा कि यह गलत हुआ ।

महाराजपुर में है सारे शहर की बिजली सप्‍लाई का मुख्‍य सब स्‍टेशन

महाराजपुर में सारे मुरैना शहर की बिजली सप्‍लाई का बृहद सबस्‍टेशन है मुरैना शहर और आसपास की ग्राम पंचायतों की बिजली सप्‍लाई तथा बिजली कटौती यहीं से नियंत्रित होती है, यहॉं पदस्‍थ अधिकार कर्मचारी मनमर्जी मनमानी बिजली कटौती अपने स्‍तर पर करते रहते हैं ।

आज का घटनाक्रम-

भारी बिजली कटौती से नाक तक भरे बैठे, ग्रामीणों की प्रायवेट तार लाइनों को बिजली वाले काट कर ले गये जिसकी खबर अंचल में फैलते ही जनता आक्रोशित हो गयी जनता ने मौके पर विरोध किया जिस पर पुलिस ने किसानों और ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दिया । जिसमें कई लोग बुरी तरह घायल हो गये, कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया ।

धीरे धीरे भारी संख्‍या में ग्रामीण जनता एकत्रित हो गयी, महिलायें औंर बच्‍चे भी निकल कर मैदान में आ गये । जम कर पथराव हुआ, दोनो ओर से लठ्ठ चले, भारी संख्‍या में किसान और ग्रामीण, उनकी महिलायें तथा बच्‍चे घायल हो गये तथा कई गंभीर अवस्‍था में पहुंच गये । बाद में पहुँची भारी संख्‍या के पुलिस बल ने जम कर महिलाओं, बच्‍चों किसानों और ग्रामीणों पर लाठीयां भांजीं ।

दोनो ओर से चले इस युद्ध के बाद घटनाक्रम में पिट कुट कर गंभीर रूप से घायल जे.ई. फेरन सिंह तोमर को मरणासन्‍न व अचेत हालत में अस्‍पताल में भर्ती किया गया ।

ग्रामीण किसानों और महिला बच्‍चों के खिलाफ पुलिस कार्यवाही करने और जेलों में ठूंसने की प्रशासन ने धमकी दी है । घायल ग्रामीणों की फरियाद सुनने और चिकित्‍सापर्यादि से प्रशासन व पुलिस ने सर्वथा मना कर दिया है ।

समूची चम्‍बल की बिजली की काटी

इस घटनाक्रम से खिसियाये झल्‍लाये बिजली कर्मियों ने समची चम्‍बल की बिजली आज दिन भर के लिये काट दी जिससे मुरैना व भिण्‍ड शहर सहित समस्‍त गॉंवों में आज दिन भर बिजली बन्‍द रही ।

देर रात दस बजे (समाचार लिखे जाने के वक्‍त यह बिजली कटौती जारी थी )  

बिजली कर्मी घर छोड़ छोड़ कर भागे, अधिकारी परिवार सहित चम्‍पत हुये

महाराजपुर के घटनाक्रम की खबर सुनकर मुरैना शहर में रहने वाले बिजली कर्मी अपने घर छोड़ छोड़ कर भाग गये, उन्‍हें लगा कि शहर में इससे अधिक खतरनाक आक्रोश व्‍याप्‍त है और यहॉं हालत और भी बुरी हो सकती है । बिजली घर के सभी बड़े अधिकारी भी पिटाई के डर से शहर मुरैना से अपने परिवारों सहित भाग खड़े हुये, एस.ई. ए.ई. डी.ई. आज सभी मय परिवार चम्‍पत थे ।

 

सरकार ने बन्‍द कराये फोन, मोबाइल और इण्‍टरनेट

चम्‍बल में मचे कोहराम तथा जनता और सरकार के बीच हुये खुलेआम संघर्ष की खबरों को नियंत्रित करने व मीडिया डीलिंग के लिये दोपहर 12 बजे से समूची चम्‍बल में प्रशासन ने फोन, मोबाइल और इण्‍टरनेट सेवायें ब्‍लॉक करवा दीं ।

स्थिति इतनी अधिक बदतर रही कि वायरलेस इण्‍टरनेट सेवायें भी चम्‍बल घाटी में दूसरे दिन सुबह पॉंच बजे तक ठप्‍प रहीं । इस बीच प्रशासन पत्रकारों को अपने फेवर में खबर लिखने के लिये साम दाम दण्‍ड भेद के जरिये साधता रहा ।

लगभग हर कम्‍पनी चाहे एयरटेल हो चाहे सरकारी क्षेत्र की बी.एस.एन.एल. सभी कम्‍पनीयों की समूची सेवायें 4 सितम्‍बर दोपहर बजे से 5 सितम्‍बर सुबह 5 बजे तक बन्‍द रहीं । एयरटेल ने जहॉं सेवायें बन्‍द करने के लिये डिस्‍कनेक्‍शन और सिग्‍नल जाम का सहारा लिया, उसका कस्‍टमर केयर सेण्‍टर इस दरम्‍यान पूरी तरह बन्‍द रहा । वहीं बी.एस.एन.एल. 3पी डिस्‍कनेक्‍शन और सिगनल जाम रखे । बी.एस.एन.एल. का कस्‍टमर केयर भी इस दरम्‍यान पूरी तरह ठप्‍प रहा । यही हालत आइडिया तथा अन्‍य कम्‍पनियों की सेवाओं की रही । देर रात तक प्रशासन मीडिया को सैटल करने में लगा रहा ।  

भाजपा के इसी सरकार के ही कार्यकाल में प्रशासन की यह अंचल में तीसरी बार मोबाइल, फोन और इण्‍टरनेट बन्‍द कराने की कवायद थी । इससे पहले अम्‍बाह पोरसा काण्‍ड और जगजीवन परिहार मुठभेड़ काण्‍ड के वक्‍त भी अंचल में प्रशासन ने फोन, मोबाइल और इण्‍टरनेट सेवायें बन्‍द करवा दीं थीं ।

 

इण्‍टरनेट चालू होते ही फिर काटी बिजली

सुबह पॉंच बजे जैसे ही 5 सितम्‍बर को इण्‍टरनेट चालू हुआ वैसे ही प्रशासन ने अंचल की बिजली फिर काट दी जो कि फिर लौट कर ही नहीं आयी ।        

 

गुरुवार, सितंबर 04, 2008

बुधवार गणेश चतुर्थी पर भी नहीं रही बिजली

बुधवार गणेश चतुर्थी पर भी नहीं रही बिजली

मुरैना 4 सितम्‍बर 08 । हिन्‍दूओं के प्रथम आराध्‍य भगवान श्री जी अर्थात श्री गणेश की स्‍थपना व प्रतिष्‍ठा भी चम्‍बलवासीयो को बिन बिजली के ही करनी पड़ी । बुधवार को दिन भर गायब रहने के बाद शाम को स्थिति इतनी बदतर थी कि लोगों को भगवान गणेश की पूजा आरती भी अंधेरे में श्री गणेश के दीपक के सहारे ही करनी पड़ी ।

 

प्रथम आराध हिन्‍दून कें विनती है कर जोरि

विनती है कर जोरि, कष्‍ट सुनहु प्रभु मोरि ।

हिन्‍दूवादी दे रहे हिन्‍दून कष्‍ट अनेक

ऐन चौथ गणेश की बिजली ना अभिषेक ।

बिजली ना अभिषेक प्रभु श्री जी हैं आये

कहत प्रभु श्री राज शिव्‍बू मति पाप हैं छाये ।

दे रह्यो कष्‍ट अनेक, असुर बन सत्‍ता में आयो

प्रभु तुम ही रखियो लाज सिन्‍दूरासुर सो धरियो ।

बिन पूजा औ आरती कैसो भयो कलेश

कैसो तेरो आगमन, पूजेंहिं तोहि गणेश । 

पाप छा गयो असुर पर मारी मति करतार

लाज राखियो गणपति, कर देओ बंटाढार ।

गुण्‍डा लुंगा पहनकें भगवा रंग तुम्‍हार

सौ सौ चूहा खाय कें बिल्‍ली हजहि हजार ।

बिल्‍ली हजहि हजार, हिन्‍दून पे संकट भारो

कीजो प्रभु संकट हरण, नकली हिन्‍दून ते म्‍हारो ।

मंगलवार, सितंबर 02, 2008

उमा भारती के कार्यक्रम और भाषण के दौरान बिजली काटी, अंधेरे में बिना माइक के जम कर गरजीं भाजश नेता

उमा भारती के कार्यक्रम और भाषण के दौरान बिजली काटी, अंधेरे में बिना माइक के जम कर गरजीं भाजश नेता

मंगलवार को सुबह छ: बजे से गोल है बिजली

मुरैना 2 सितम्‍बर 08, आज सुबह छ : बजे से शहर मुरैना में रात्रि 9 बजे तक समाचार लिखे जाने के वक्‍त तक बिजली पूरी तरह गोल है । आज दिन भर पूर्णत: बिजली बन्‍द रहने के बाद शाम सात बजे आयी बिजली भाजशपा नेता उमा भारती के कार्यक्रम प्रांरंभ होते ही फिर गुल हो गयी, और उमा भारती के कार्यक्रम के दौरान हर तीन मिनिट बाद बिजली गुल होती रही, सुश्री भारती ने अपने भाषण का अधिकांश भाग अंधेरे में ही पूरा किया, इस दौरान बिजली कटौती के कारण कई बार माइक और लाउडस्‍पीकर बन्‍द होने से उमा भारती के भाषण का अधिकांश भाग जनता नहीं सुन सकी ।    

 

मंगलवार को सुबह छ: बजे से गोल है बिजली

उमा भारती के कार्यक्रम और भाषण के दौरान बिजली काटी, अंधेरे में बिना माइक के जम कर गरजीं भाजश नेता

मंगलवार को सुबह छ: बजे से गोल है बिजली

मुरैना 2 सितम्‍बर 08, आज सुबह छ : बजे से शहर मुरैना में रात्रि 9 बजे तक समाचार लिखे जाने के वक्‍त तक बिजली पूरी तरह गोल है । आज दिन भर पूर्णत: बिजली बन्‍द रहने के बाद शाम सात बजे आयी बिजली भाजशपा नेता उमा भारती के कार्यक्रम प्रांरंभ होते ही फिर गुल हो गयी, और उमा भारती के कार्यक्रम के दौरान हर तीन मिनिट बाद बिजली गुल होती रही, सुश्री भारती ने अपने भाषण का अधिकांश भाग अंधेरे में ही पूरा किया, इस दौरान बिजली कटौती के कारण कई बार माइक और लाउडस्‍पीकर बन्‍द होने से उमा भारती के भाषण का अधिकांश भाग जनता नहीं सुन सकी ।    

 

सोमवार को चार बार कटी बिजली

सोमवार को चार बार कटी बिजली

मुरैना 2 सितम्‍बर 08, सोमवार 1 सितम्‍बर को सुबह साढ़े छ: बजे से प्रारंभ हुयी बिजली कटौती शाम साढ़े सात बजे तक कटती रही । दिन भर में कुल छ: बार कटी बिजली कुल 7 घण्‍टे तक कुल मिला कर गुल रही ।

 

सोमवार, सितंबर 01, 2008

भारी अघोषित बिजली कटौती बदस्‍तूर जारी, इस सप्‍ताह कुछ यूं कटी बिजली

भारी अघोषित बिजली कटौती बदस्‍तूर जारी, इस सप्‍ताह कुछ यूं कटी बिजली

मुरैना 1 सितम्‍बर 08, अगस्‍त के अंतिम सप्‍ताह में भी भारी बिजली कटोती चम्‍बल घाटी में जारी रही । अघोषित व अन्‍धाधुन्‍ध की जा रही इस बिजली कटौती का सोमवार 25 अगस्‍त का हाल समाचार आप पढ़ चुके हैं । अब मंगलवार से रविवार 31 अगस्‍त तक का ताजा समाचार इस प्रकार है-

मंगलवार 26 अगस्‍त को सुबह साढ़े पॉंच बजे प्रांरंभ हुयी बिजली कटौती के कारण देर रात 8 बजे तक पूर्णत: समूची चम्‍बल घाटी में बिजली बन्‍द रही । इसके बाद हर एक घण्‍टे बाद रात ढाई बजे तक आध आध घण्‍टे के लिये बिजली कटती रही ।

बुधवार 27 अगस्‍त को सुबह साढ़े चार बजे से बिजली कटौती प्रारंभ हुयी, नियमित (वर्ष भर रोजाना) होने वाली तीन घण्‍टे की बिजली कटौती (प्रात: आठ बजे से दोपहर 11 बजे तक के बाद हर घण्‍टे बाद आधा आधा घण्‍टे के लिये बिजली रात डेढ़ बजे तक कटती रही ।

गुरूवार 28 अगस्‍त को प्रात: साढ़े छ: बजे प्रारंभ हुयी बिजली कटौती बुधवार की तरह रात साढ़े 11 बजे तक चलती रही ।

शुक्रवार 29 अगस्‍त को भी प्रात: साढ़े छ: बजे से प्रारंभ हुयी बिजली कटौती रात साढ़े 12 बजे तक बुधवार की तरह चलती रही ।

शनिवार 30 अगस्‍त का हाल शुक्रवार की तरह रिपीट हुआ ।

रविवार 31 अगस्‍त को सारे दिन सुबह साढ़ छ: बजे से प्रांरंभ हुयी बिजली कटोती नियमित कटौती के साथ ही सारा दिन रात 10 बजे तक कटती रही ।

 

मंगलवार, अगस्त 26, 2008

शुक्रवार को बीस घण्‍टे, शनिवार को 12 घण्‍टे, रविवार को 11 घण्‍टे और सोमवार को 9 घण्‍टे तक सम्‍भागीय मुख्‍यालय पर अघोषित पावर शटडाउन

श्रीकृष्‍ण की लीलास्‍थली को जन्‍माष्‍टमी पर अंधेरे में डुबोया अंचल में भारी अघोषित बिजली कटौती, भिण्‍ड, मुरैना, श्‍योपुर जिले पूरी तरह विद्युत विहीन हुये

शुक्रवार को बीस घण्‍टे, शनिवार को 12 घण्‍टे, रविवार को 11 घण्‍टे और सोमवार को 9 घण्‍टे तक सम्‍भागीय मुख्‍यालय पर अघोषित पावर शटडाउन

मुरैना 26 अगस्‍त 08, पिछले आठ साल से मध्‍यप्रदेश में चल रही अघोषित व अन्‍धाधुन्‍ध बिजली कटौती अपनी हदें तोड़ कर अत्‍याचारी रूप में तब्‍दील हो चुकी है ।

पिछली बार आप गुरूवार तक की बिजली कटौती का हाल पढ़ चुके हैं, अब शुक्रवार से सोमवार तक के हालात पढि़ये ।   

शुक्रवार को बीस घण्‍टे, शनिवार को 12 घण्‍टे, रविवार को 11 घण्‍टे और सोमवार को 9 घण्‍टे तक सम्‍भागीय मुख्‍यालय पर अघोषित पावर शटडाउन रहा । इससे जहॉं अंचल में जन जीवन लड़खड़ा गया वहीं उद्योग घन्‍धे व्‍यवसाय पूरी तरह चौपट हो गये हैं, जहॉं भगवान श्रीकृष्‍ण की लीला स्‍थली ब्रज चौरासी क्षेत्र का परिक्रमा धाम चम्‍बल घाटी ऐन श्रीकृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी पर बिन बिजली अंधकारासुर के चुगुल में फंसी रही अंधेरे के सम्राट महाराज किल्विष म.प्र. के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह की दयादृष्टि के चलते नौनिहालों का भविष्‍य और चम्‍बल की रोजी रोटी, उद्योग घन्‍धे काम व्‍यवसाय पूरी तरह ठप्‍प ठपा ठप्‍प हो गया है ।