सोमवार, अक्तूबर 09, 2006

डेंगू के उपचार की समुचित व्यवस्था

डेंगू के उपचार की समुचित व्यवस्था

ग्वालियर 8 अक्टूबर  2006

       जिले में संभावित डेंगू के बचाव और उपचार हेतु प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा चुकी है। संभागायुक्त डा. कोमल सिंह और कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव के निर्देशानुसार डेंगू से बचाव और उपचार की समुचित व्यवस्थायें सभी शासकीय चिकित्सालयों में करा दी गई है ।

       मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. अर्चना शिंवगेकर ने बताया कि जिले में अभी तक शासकीय अथवा अशासकीय चिकित्सालयों से डेंगू बुखार के किसी भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है । फिर भी एहतियात के तौर पर सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ - साथ निजी नर्सिंग होम, हास्पीटल को डेंगू पाये जाने की स्थिति में तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को सूचना देने हेतु निर्देशित कर दिया गया है । इसके अलावा सभी पैथौलॉजी लैब संचालकों को भी डेंगू का संभावित सकारात्मक प्रकरण पाये जाने पर उसका ब्लड सीरम कोल्ड चैन में उपलब्ध कराने की हिदायत दी गई है । ताकि उसकी पुष्टि शासन द्वारा नियत नेशनल लैव में भी करायी जा सके ।

       जिले में अभी तक डेंगू का कोई संभावित केस होने की पुष्टि नहीं हुई है, फिर भी शासन के निर्देशानुसार डेंगू के संभावित केसों की मोनीटरिंग की दृष्टि से सीएमओ कार्यालय में जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है, जो प्रात: 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहेगा इस कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 2452994 रहेगा तथा नोडल अधिकारी डा. डी.के. गोस्वामी रहेंगे । सभी खण्ड चिमिकत्सा अधिकारियों को भी खण्ड स्तरीय कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए गए है ।

       नागरिकों से डेंगू से किसी भी प्रकार से भयभीत न होने की अपील करते हुए अनुरोध किया गया है कि वे डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों को नियंत्रित करने का उपाय करें तथा बुखार की स्थिति में निकट के चिकित्सालय में जाकर चिकित्सक की सलाह अनुसार औषधियां लें ।

       खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को क्षेत्र में सजग निगरानी रखने की हिदायत की गई और संभावित डेंगू का प्रकरण प्रकाश में आने पर तत्काल उपचारात्मक कार्रवाई करने को कहा गया है किसी भी चिकित्सक और कर्मचारी को अवकाश नहीं दिया जाय और मच्छरों पर नियंत्रण के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलायें ।

 

 

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