सोमवार, अक्तूबर 09, 2006

बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों पर नियंत्रण करें

बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों पर नियंत्रण करें

कलेक्टर की नागरिकों से अपील

ग्वालियर 8 अक्टूबर 2006

       मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय अपनाने के साथ ही नागरिकों से नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की अपील की गई है ।

       कलेक्टर श्री राकेश श्रीवास्तव तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. श्रीमती अर्चना शिंगवेकर ने नागरिकों से की गई अपील में बताया है कि वर्तमान में मच्छरों के काटने से अनेक प्रकार की मौसमी बीमारियों हो रही हैं । इनसे बचने के लिए मच्छरों को नष्ट करना जरूरी है और इसके लिए घर के आसपास की नियमित साफ- सफाई अति आवश्यक है ।

       उल्लेखनीय है कि ठण्ड लगकर पारी में बुखार आना मलेरिया हो सकता है इसके लिए रक्त पट्टी की जांच करायें और जांच में मलेरिया निकलने पर डाक्टर की सलाह अनुसार उपचार लें । इसी प्रकार तेज बुखार , शरीर के जोड़ों और मांस पेसियों में दर्द, शरीर पर दाने, सिरदर्द , उल्टी आना चिकुनगुनिया के कारण भी हो सकता है । यह रोग एक वायरस के कारण होता है और एडीज मच्छर के दिन में काटने से होता है । तेज बुखार और तेज सिर दर्द, मासपेसियों और जोड़ों में तेज दर्द, जी मचलना और उल्टी होना, शरीर पर लाल दाने, आंखें के पीछे दर्द और गंभीर मामलों में नाक मुंह से ख्ून आना डेंगू के लक्षण हैं । यह रोग भी एडीज मच्छर के दिन में काटने से होता है । यह मच्छर घरों में कूलरों के पानी और घास- फूस आदि में निवास करता है

       इन बीमारियों से बचाव के लिए मच्छरों को पनपने से रोकना और इनका विनिष्टीकरण करना जरूरी है । इसके लिए एक ही स्थान पर तीन दिन से अधिक पानी एकत्रित नहीं होने दें । साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखें । मच्छर के लार्वा को नष्ट करने के लिए रूके और अनुपयोगी पानी पर टेमोफॉस का छिड़काव करें । कमरों आदि में पैराथ्रम का छिड़काव भी किया जा सकता है । नीम की सूखी पत्तियों और नारियल के खोल को जलाकर धुआं करने से भी मच्छरों को नियंत्रित किया जा सकता है । बगीचे की भी सफाई करायें और घास- फूस कूड़ा करकट इकठ्ठा नहीं होने दें । दिन में भी पूरी आस्तीन की शर्ट पहने ।

       बुखार उवारने के लिए पैरासीटामोल की गोली ली जा सकती है । डिस्प्रिन,एस्प्रिन, डेकाड्रोन और इब्रबुफिन गोली का उपयोग कतई नहीं करें । बुखार होने पर तत्काल निकटतम शासकीय स्वास्थ्य संस्था में जांच और उपचार कराने की सलाह भी नागरिकों को दी गई है ।

 

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