35 घण्टे के दरम्यां 73 बार कटी बिजली, कटौती का एक नया स्टाइल
टीप – इस समाचार के प्रकाशन होते होते के बीच में तीन बार गुल हुयी बिजली (यह वक्त इस समाचार में शामिल नहीं किया गया है, आगामी समाचार में अंकित किया जायेगा)
मुरैना 31 मई 2008, समाचार लिखे जाने के वक्त से 35 घण्टे पहले से बिजली कटौती की एक नयी शैली अजीबोगरीब अंदाज में बिजली कम्पनी ने लागू की है जिसमें एक बार में केवल 10 मिनिट के लिये बिजली काटी जाती है मगर एक घण्टे के दरम्यां कितनी बार बिजली कटती है, इसका हिसाब आप लगाईये ।
वैसे हाईस्कूल इण्टर के बच्चों के लिये गणित के पाठयक्रम में यह मजेदार सवाल रखा जायेगा तो वाकई उनका गणित बहुत तेज हो जायेगा ।
हिसाब आप लगाईये यानि सवाल आप हल करिये आंकड़े हम देते हैं हमने वक्तवार रिकार्डिंग की है । और मुरैना शहर में की जा रही बिजली कटौती के नये व अजीबो गरीब अंदाज से आपको वाकिफ करा रहे हैं । जिसे आप नानस्टाप भी नहीं कह सकते और फुल स्टाप भी नहीं । आप इसे कामर्शियल ब्रेक जरूर दूरदर्शन वालों की शैली में कह सकते हैं । इसमें रात और दिन दोनों वक्त चल रही बिजली कटौती शामिल है ।
शुक्रवार 30 मई 2008 को सुबह 7 बजे से यह नयी शैली लागू होकर शनिवार 31 मई 2008 को शाम 6 बजे तक यह बिजली कटौती रिकार्डिंग की गयी यानि 35 घण्टे के दरम्यां 73 दफा बिजली कटी, और हर बार केवल 10 मिनिट के लिये बिजली गयी ।
बिजली कटौती जारी है, हमारी रिकार्डिंग भी जारी है ।
मुरैना में बिजली कटौती के चलते शराबीयों ने सब्जी मण्डी फूंकी
मुरैना 27 मई 2008, आज मंगलवार को बिजली कटौती के चलते अज्ञात कारणों से कुछ उपद्रवी शराबीयों ने मुरैना की सब्जी मण्डी में आग लगा दी । इस अग्निकाण्ड से महज आधा घण्टे के अन्दर मुरैना की बीच शहर में स्थित सब्जी मण्डी पूरी तरह जल कर राख हो गयी ।
सूत्रों से प्राप्त घटना क्रम के अनुसार रात 9 बज कर बीस मिनिट पर जब शहर की बिजली कटौती के चलते गुल थी उस वक्त कुछ शराबीयों ने मुरैना की सब्जी मण्डी को आग के हवाले कर दिया, और महज आधा घण्टे में मण्डी जल कर राख के ढेर में तब्दील हो गयी । हमारे संवाददाताओं द्वारा िलये गये घटनास्थल के चित्र व वीडियों में जहॉं सारी सब्जियां जल भुन गयीं और कोयले में तब्दील हो गयीं वहीं फल भी इसी प्रकार जल कर कोयला हो गये ।
चित्र व वीडियो खींचे जाने के वक्त तक सब्जी मण्डी में चारों ओर कोहराम मचा हुआ था और सब्जी विक्रेता दहाड़ें मार मार कर रो रहे थे । ग्वालियर टाइम्स के संवाददाताओं से रिरिया रिरिया कर व घिघिया धिघिया कर उनके दुख को ऊपर तक पहुँचाने के लिये मिन्नतें कर रहे थे । वहॉं जो भी राजनेता या पत्रकार पहुच रहा था, सब्जी विक्रेता उसी के सामने हाथ जोड़ कर पॉंव पकड़ कर घिघियाने लगते थे ।
उल्लेखनीय है कि मुरैना सब्जी मण्डी में इस अग्निकाण्ड से लगभग दस लाख रू की मोटी क्षति हुयी है ।
बिजली कटौती का चम्बल में कहर लम्बे समय से जारी है, जिसके चलते इन दिनों बीच शहर में 16-17 घण्टे की बिजली कटौती की जा रही है, रात्रि के वक्त की जाने वाली बिजली कटौती से अपराधी तत्व आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं, पिछले चन्द रोज के भीतर कई आपराधिक वारदातें बिजली कटौती के दरम्यान ही हुयीं । उसी श्रंखला में बिजली कटौती ने एक और उपलब्धि अपने खाते में जोड़ लीं ।
मुरैना शहर के बीचोंबीच स्थित सबजी मण्डी के चौकीदार सनी राइन निवासी डॉ. उवेश वाली गली मुरैना के अनुसार घटना रात 9 बज कर 20 मिनिट पर घटी और आधा घण्टे के भीतर पूरी सब्जी मण्डी जल कर स्वाहा हो गयी ।
घटनाकाण्ड के दरम्यान चौकीदार ने न तो पुलिस को इत्तला दी और न फायर ब्रिगेड को, उसके मुताबिक वह इस दरम्यान सब्जी विक्रेताओं को ही फोन लगाता रहा और तब तक मण्डी जल कर कोयले में बदल गयी । चोकीदार की भूमिका मामले में कुछ संदिग्ध नजर आ रही है ।
वहीं स्थानीय निवासीयों जो कि सब्जी मण्डी के आस पास के घरों में रहते हैं, उन्होंने स्थानीय राजनेता, सांसद विधायकों मंत्री पर खुला आरोप लगाया है उनके मुताबिक यह आग जानबूझ कर इन लोगों द्वारा लगवाई गयी है जिससे आने वाले चुनाव में राहत के बहाने सहानुभूति बटोरी जा सके । स्थानीय मंत्री रूस्तम सिंह से लोग अधिक खफा हैं ।
रोते कल्पते सब्जी विक्रेताओं में हमने बर्बाद हो चुके सब्जी विक्रेताओं राखी शिवहरे पुत्री बनवारी शिवहरे, अशोक पुत्र मूलचन्द, ओमप्रकाश पुत्र भरोसी लाल, सलीम पुत्र सुबराती, इस्माइल पुत्र इस्लाम, फरीद पुत्र कल्लू, रमजान पुत्र छोटे खॉं, हसीना पत्नी सुलेमान, सुशीला पत्नी कीरतराम से चर्चा की सबके सब बिजली कटौती औंर स्थानीय विधायक, सांसद और मंत्री को कोस कोस कर बद्दुआयें दे रहे थे ।
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